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अच्छा अभिनय, अच्छा निर्देशन पर काफी लम्बी और कई बार बोर करता जग्गा जासूस ( स्टार 3/5 )

 
        करीब करीब ४ साल के बाद आखिरकार निर्माता निर्देशक अनुराग बासु फिल्म जग्गा जासूस १४ जुलाई को रिलीज़ हो ही गई, वैसे आपको बता दे की अनुराग बासु ने रणबीर कपूर के साथ फिल्म बर्फी बनाई थी, फिल्म हिट भी रही और कई अवार्ड्स से सम्मानित भी हुई , खेर रणबीर के साथ फिर एक बार अनुराग जग्गा जासूस ले तो आए हैं, पर कैसी हैं यह फिल्म आइये जानते ही | 
फिल्म              : 'जग्गा जासूस'
श्रेणी                 : म्यूजिकल, एडवेंचर और रोमांटिक ड्रामा
निर्देशक             : अनुराग बासु
निर्माता              : रणबीर कपूर, अनुराग  बासु और सिद्धार्थ रॉय कपूर
 कास्ट                : रणबीर कपूर, कटरीना कैफ, सौरभ शुक्ला, शास्वत चटर्जी
रेटिंग                 :  3 स्टार
       
         कहानी की बात करते हैं कहानी 'जग्गा' (रणबीर कपूर ) की है जो मणिपुर में एक छोटे से अस्पताल में पैदा हुआ जिसे किसी ने वही छोड़ दिया और अस्पताल में उसकी परवरिश नज़र आती हैं, जग्गा बोलते हुए हकलाता है, लेकिन एक दिन एक अजनबी के प्राणों की रक्षा करता हैं और वही उसका जग्गा का लालन पालन भी करता हैं, जिसे जग्गा उसे पिता ही कहता हैं पिता जग्गा से कहते हैं कि अगर वह गाते हुए बोले तो वह पूरी बातें सही ढंग से बोल पाएगा.और जग्गा ऐसा ही करता हैं, जग्गा हकलाता हैं पर दिमांग छुरी से भी तेज चलता हैं, खेर बड़े होने के बाद स्कूल के दौरान इंग्लिश टीचर की मौत की गुत्थी जग्गा सुलझाता है, फिर कुछ ऐसा होता है कि जग्गा के पिता उसे छोड़कर चले जाते हैं और फिर वह बोर्डिंग स्कूल में अपनी पढ़ाई पूरी करता है. जग्गा के हर जन्मदिन पर उसके पिता उसके लिए एक वीडियो टेप भेजा करते हैं. जग्गा को अपने पिता की तलाश हमेशा से रहती है उसके बाद कहानी में जर्नलिस्ट श्रुति सेन गुप्ता( कटरीना कैफ) की एंट्री होती है, श्रुति का भी एक खास मिशन होता है. जग्गा की मुलाकात श्रुति से होती है और श्रुति के साथ मिलकर जग्गा अपने पिता की खोज में जुटा रहता है. | सोचो इस कहानी के लिए अनुराग को चार साल लग गए और कई सीन रीशूट करने पड़े और कई बार रिलीज़ डेट बदलनी पड़ी, देर आए पर दुरुस्त इसका निर्णय आप पर छोड़ता हूँ |  
        निर्देशन की बात करते है  अनुराग बासु का डायरेक्शन, प्रोडक्शन वैल्यू, कैमरा वर्क ,सिनेमेटोग्राफी, आर्ट वर्क हर बात का सटीक ध्यान रखा और फिल्मांकन किया हैं. फिल्म में एडवेंचर तो नज़र आता ही हैं साथ-साथ इमोशनल एंगल भी बहुत अच्छा है  | 
     अभिनय की बात करते हैं रणबीर कपूर ने फिर साबित कर दिया की वह एक उम्दा कलाकार हैं,  हकलाते हुए डायलॉग बोल कर अपने किरदार में ऐसे घुसे की क्षण भर के लिए आपको यह महशूस होगा की यह जग्गा है न की रणबीर  अब रही बात  कटरीना कैफ  की तो जाने क्यों जब भी वह रणबीर के साथ आती है उनकी कला में भी निखार नज़र आ ही जाता हैं कैटरिना ने श्रुती सेन गुप्ता ( पत्रकार ) का किरदार बढ़िया निभाया हैं वही  रणबीर के पिता के किरदार में शाश्वत चटर्जी का और सौरभ शुक्ला का भी काम काबिल-ए-तारीफ है. 
      फिल्म के संगीत की बात करते हैं फिल्म में कई गाने हैं करीब २० के ऊपर है उसकी वजह भी यह हैं की  बातचीत छोटे-छोटे गानों के द्वार की जाती है वैसे  'उल्लू का पट्ठा', 'गलती से मिस्टेक', रिलीज से पहले ही हिट हो चूका है  फिल्म का बैकग्राउंड स्कोर भी कमाल का है फिल्म के संगीत के लिए प्रीतम और अमिताभ भट्टाचार्य की तारीफ करने में कोई हर्ज नहीं हैं | 
         फिल्म जग्गा जासूस काफी लम्बी मूवी हैं २ घंटे ४८ मिनट इसे थोड़ा कम करने की जरुरत थी फिल्म के कई सीन भी लम्बे फिल्माए गए है जिस कारण इसकी लेंथ बढ़  गए उन्हें कम करने की  आवशकता थी यहाँ तक आखिरी के १० मिनट यानि क्लामेक्स समज के बहार हैं| 
 
पुष्कर ओझा